मंहगे हवाई सफर के लिए हो जाइए तैयार, इतने प्रतिशत तक बढ़ेगा किराया
विमानन ईंधन (ATF) की कीमतों के रिकॉर्ड आसमान छू गए है, जिसके चलते बहुत ही जल्द अब इसका प्रभाव सीधा हवाई सफर पर पड़ने वाला है. एटीएफ की लागत बढ़ने के चलते विमानन कंपनियां अब किराया में बढ़ोतरी करने की तैयारी में हैं. एयरलाइंस का कहना है कि एटीएफ की बढ़ती कीमतें और दामों की गिरती वैल्यू की वजह से उनके पास किराया बढ़ाने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं बचा है.
कितना बढ़ सकता है किराया:
आपको बता दें कि, स्पाइसजेट के सीएमडी ने कहा, ‘हमने पिछले कुछ महीनों के चलते बढ़ी लागत को खुद संभालने का प्रयास किया. लेकिन एटीएफ हमारे ऑपरेशनल कि कीमत के 50 फीसदी से अधिक होता है. दूसरी ओर डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया तेजी से कम हो रहा है. इससे भी विमानन कंपनियों को काफी समस्या हो रही हैं. विमानन ईंधन की दाम में तेज बढ़ोतरी और रुपये के भाव में गिरावट कि वजह से हम तत्काल का किराया बढ़ने जा रहे है. विमानन किराये में फिलहाल कम से कम 10-15 फीसदी की बढ़ोतरी आवश्यक है.
इसी साल दुगने हुए भाव:
दरअसल विमानन ईंधन की कीमतों में आज गुरुवार को एक बार फिर से दाम को बढ़ाया गया है. अब दिल्ली में एटीएफ का भाव 16.3 फीसदी बढ़कर 1.41 लाख रुपये प्रति किलोलीटर हो गया है. यह एटीएफ का ऑल टाइम हाई रेट है. सिर्फ इसी साल एटीएफ की लागत कम से कम डबल हो गई हैं, जबकि पिछले कुछ महीने में इसका भाव 91 फीसदी चढ़ा है. इस साल जनवरी में एटीएफ की कीमत महज 72,062 रुपये प्रति किलोलीटर थी.