उत्तराखंड: जोशीमठ के इस कु़ंड से कभी निकलता था खौलता हुआ पानी, अब यहाँ दिखती है सिर्फ भाप ही भाप
न्यूज ब्यूरो : उत्तराखंड के चामोली के जोशी मठ़ से लगभग 18 कि.मी. दूर तीर्थ स्थान तपोवन के समीप एक प्राकृतिक गरम पानी की जलधारा बहती थी। जो अब पूरी तरह से सूख गई है। इस गरम पानी के कुंड को देखने के लिए आये लोग भी इस कुंड के पानी के सूखने से आश्चर्य चकित रह गये हैंं। कि गरम पानी के कुंड में आखिर क्या हुआ जिससे ये ऐसा हो गया।
पहले इस कुण्ड के दर्शन करने वाले लोगों का कहना है कि पहले यहां पर गरम पानी की धाराएं बहती थी। लोग यहां पर चावल पका कर ले जाते थे। यहां पानी उबलता हुआ दिखाई देता था। यहां मुल्तानी मिट्टी होती थी जिसे लोग अपने घर ले जाते थे लेकिन आज ये प्राकृतिक स्त्रोत सूख गया है।
इस परिवर्तन को देखकर इसे देखने वाले सभी लोग भी हैरान है। लोगों का मत है कि ये सब बदलते पर्यावरण का परिणाम है। प्राकृतिक पर्यावरण में मानवीय हस्तक्षेप इतना बढ़ गया है कि प्राकृतिक पर्यावरण पर इसका व्यापक असर दिखाई देने लगा है। यहां के लोगों का कहना है कि यहां गहराई पर पानी तो दिखाई देता है लेकिन वह किनारों पर नहीं आता। मुल्तानी मिट्टी के नाम पर अब यहां कुछ भी नहीं बचा। सब कुछ खत्म हो गया। गरम पानी के नाम पर यहां भाप ही भाप दिखाई देती है और कुछ नहीं।