अम्बाला एयरवेज़ पर राफेल का हुआ भव्य स्वागत, बना भारतीय वायुसेना का अहम् हिस्सा
राफेल लड़ाकू विमान को अम्बाला एयरवेज पर भव्य समारोह के बाद भारतीय वायुसेना में शामिल कर लिया गया है। भारतीय वायुसेना में राफेल के शामिल होने से भारत की वायुशक्ति बढ़ गई है। अम्बाला में हुए इस राफेल स्वागत समारोह में भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, फ्रांस की रक्षामंत्री फ्लोरेंस पार्ली, भारत के प्रमुख रक्षा अध्यक्ष श्री विपिन रावत, एयर चीफ मार्शल आर.के.एस. भदौरिया और राफेल सौदे में शामिल फ्रांस की रक्षा कम्पनियों के बड़े अधिकारी शामिल हुए।
राफेल को भारतीय वायुसेना के गोल्डन एरोज स्क्वाड्रन में शामिल किया गया है। इस समारोह में राफेल का स्वागत सर्व धर्म पूजा के साथ किया गया। समारोह के दौरान राफेल के द्वारा ऐसे करतब दिखाए जिन्हें देखकर समारोह में उपस्थित लोगों ने अपने दिल थाम लिए। भारतीय सेना को काफी समय से ऐसे लड़ाकू विमानों की आवश्यकता थी जो राफेल ने पूरी कर दी। वायुसेना ने ट्वीट कर इस नये सदस्य को अपने शस्त्रागार मे शामिल करने की जानकारी दी।
भारत ने फ्रांस के साथ चार साल पहले 59000 करोड़ रुपये की लागत से 36 राफेल खरीद का समझौता किया था। इनमें से भारत को दस राफेल की आपूर्ति कर दी गई है। पांच राफेल भारत आ चुके हैं और अन्य पांच भारतीय वायुसेना के पायलटों को ट्रेनिंग देने के उद्देश्य से अभी फ्रांस में ही है। राफेल के आने से भारत की सेना शक्ति में वृद्धि हुई है।
इस समारोह में रक्षामंत्री ने कहा है कि राफेल का सेना में समावेशन वर्तमान समय में अत्यंत आवश्यक है। यह एक बड़ा और कड़ा संदेश उन देशों के लिए है जो भारत की संप्रभुता पर नजर गढ़ाये बैठे हैं। मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के लिये देश की सुरक्षा ही सबसे बड़ी प्राथमिकता है।