राज्यसभा में जबरदस्त हंगामे के बावजूद कृषि विधेयक हुए पास
न्यूज ब्यूरो; राज्यसभा में विपक्ष द्वारा जमकर हंगामा करने के बाद भी कृषि संबंधी तीनों बिल पारित कर दिये गए। इन विधेयकों के पारित होने पर पक्ष एवं विपक्ष के नेताओं की अलग अलग प्रतिक्रियाऐंं आ रही हैं। विपक्ष ने तो उप सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नोटिस दे दिया।
इन विधेयकों पर विभिन्न दलों के नेताओं ने सरकार को घेर लिया है। राज्यसभा सांसद प्रकाश बाजवा का कहना है कि सरकार के पास विधेयक पारित कराने के लिये वोट संख्या नहीं थी इसलिए इन विधेयकों को वाइस वोट से पारित कराया गया है। तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन पर तो रूल बुक फाड़ने का आरोप लगाया गया है। राज्यसभा में बीजेपी के सहयोगी दल शिरोमणि अकाली दल ने भी कृषि संबंधी विधेयकों के खिलाफ वोट दिया था। इस दल से जुड़ी केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने अपने मंत्री पद से इस्तीफा भी दे दिया है।
इस दल के सासंद बलविंदर सिंह का कहना है कि सरकार इन विधयेकों के द्वारा किसानों को मारना चाहती है। किसानों को इसके खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखनी होगी। शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा है कि यदि ये विधेयक किसानों के हित में हैं तो केन्द्रीय मंत्री इन्हें किसानों के खिलाफ बताकर इस्तीफा क्यों देतींं।
इन बयानों पर सरकार का कहना है कि ये बिल कृषि सुधार और किसानों के हित से जुड़े हुए हैं। इनके पारित होने से किसानों की आय बढ़ेगी और उन्हें उनकी फसल का उचित मूल्य मिलेगा। किसानों और व्यपारियों के बीच बिचौलियों का अनावश्यक राज खत्म हो जायेगा।